गुरु तीन प्रकार के होते हैं।भौतिक ,भक्ति और आध्यात्मिक।भौतिक गुरु भी उतना ही जरूरी है जितना अन्य।भौतिक गुरु साँसारिक कार्य को सिखाते हैं जिससे सासाँरिक व्यवहार और खान पान का सँचालन होता है।लेकिन जो लोग सिर्फ और सिर्फ केवल आत्मिक ज्ञान मे ही लगे हुये हैं वे अपने अपने मार्ग के अनुसार भक्ति गुरु और आध्यात्मिक गुरु की